During Lockdown Period, Development continues near Society Project🌈
Despite announcing last month that it would let 75% of its employees work from home by 2025, Tata Consultancy Services, Tata Consultancy Services (TCS) is seeking approval to develop two new IT parks of five million sqft as well as lease an additional one million sqft.
IT major TCS is planning to set up an over four million sqft IT park spread over a 50-acre plot in Noida, Uttar Pradesh.
(TCS) has proposed to establish an IT SEZ Campus at Noida, Uttar Pradesh. The land has been allotted by New Okhla Industrial Development Authority (NOIDA) for the development of the project to TCS.
The project site is spread over an area of 57.28 acres and will be developed in different phases. At present, Phase I will be developed. Phase I is spread on an area of 2,31,821 sq m and the remaining 60,838 sq m will be developed in the future.
The proposed project will comprise of one Transit Hub, 3 SDB towers with podium of 2 stilt parking levels, 1 welcome block, 1 utility block, 1 Development Centre, 1 main security house, 1 temporary gate house with 3 security cabins, playground and food court.https://media.biltrax.com/tcs-to-establish-an-it-sez-campus-in-noida/
https://sightsinplus.com/industry/tcs-to-build-two-new-facilities-in-pune-and-noida/
https://www.financialexpress.com/industry/100-us-firms-may-shift-base-to-uttar-pradesh-from-china/1943604/
Mastercard was keen on exploring opportunities in rural areas by providing the facility of digital payment to kirana stores.
As many as 100 US companies keen on exiting China after the Covid-19 pandemic are seriously considering Uttar Pradesh as their new destination.
Uttar Pradesh’s minister in charge of MSMEs Siddharth Nath Singh on Tuesday engaged with them through a webinar, organised by the United States-India Strategic Partnership Forum. Representatives of these companies showed interest in the fields of agriculture, electronics, medicine, scientific instrumentation, logistics, defence, aviation, food processing MRO, etc. The companies include Lockheed Martin, Adobe, Honeywell, Boston Scientific and Cisco Systems as well as global delivery services providers like UPS and FedEx.
The intersection of Joining both Expressway is happening about 1.5kms away from our Site. This will not only add to large infra development adjoining our Project, but will reduce Gurugram Travel time under an hour signal free drive from our Project
“One reason for high commercial rentals in Gurgaon is its proximity to airport,” said Sachin Arora, corporate director at real estate consultancy firm Investors Clinic. “With the construction of the airport in Noida, the hospitality industry as well as commercial leasing will increase. The land around Yamuna Expressway can be developed on the lines of the Cyber City of Gurgaon
The government is expected to earn more than Rs 1,10,000 crore from the airport being built with an investment of Rs 30,000 crore. More than one lakh people will get direct and indirect employment. This airport will bring an investment of about Rs one lakh crore for Noida, Greater Noida, Ghaziabad and Yamuna Expressway.
It will be the fifth largest airport in the world. According to the proposal, flights will start operating in 2022-23.https://www.dailypioneer.com/2020/state-editions/success-story-of-jewar—-airport-to-echo-in-us.html
TCS campus construction starts the IT-SEZ is just 16 km on express drive from our Solitarian Project in Sports City.
TCS has also been given the nod to set up an Information Technology/Information Technology-enabled services SEZ over an area of 19.90 hectares in Sector 157 in Noida, sources said.
The total proposed investment for the project is Rs 2,433.72 crore, they said.
जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन दे रहे किसानों को अपने और आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य की उम्मीद है। एयरपोर्ट के लिए गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की टीम ने गांवों में सोशल इम्पेक्ट एसेसमेंट (एसआईए) किया था, जिसमें टीम ने घर-घर जाकर बात की। इस सर्वेक्षण के परिणामों पर एक रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है, जिसमें बेहद रोचक तथ्य शामिल हैं।
सर्वे में निकले रोचक तथ्य
एसआईए रिपोर्ट के मुताबिक इन छह गांवों के 81.81 फीसदी लोगों ने माना की एयरपोर्ट आने से रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। 90.9 फीसदी ने माना कि उनकी और बाकी क्षेत्र में जमीन की कीमत बढ़ जाएंगी। 72.72 प्रतिशत लोगों को लगता है कि आमदनी बढ़ेगी और 81.81 प्रतिशत ने कहा कि जनसुविधाओं में सुधार आएगा। कुल मिलाकर 91 प्रतिशत निवासियों ने जेवर एयरपोर्ट परियोजना के पक्ष में राय दी।
एक बीघा जमीन के लिए पांच लाख रुपये भी कोई देने को नहीं होता था तैयार
बनवारीवास गांव के ग्राम प्रधान त्रिलोक चंद शर्मा का कहना है कि एक जमाना था जब हमारे यहां पांच लाख रुपये बीघा जमीन की कीमत कोई देने के लिए तैयार नहीं होता था। आज हमारे गांव के किसान 30 लाख रुपये बीघा जमीन देने के लिए तैयार नहीं हैं। यह जेवर एयरपोर्ट परियोजना का ही असर है। अभी हमारे गांव की जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया है।
सुविधाओं के अभाव से पीछा छूट जाएगा
पारोही गांव के निवासी राजवीर सिंह कहते हैं कि हमारा गांव रोही गांव का मजरा है। मुख्य मार्ग से करीब तीन किलोमीटर है। गांव शिफ्ट होकर टाउनशिप में जाएगा। हमने अफसरों के साथ बैठक के दौरान यही मांग की थी कि टाउनशिप जेवर के आसपास मुख्य मार्ग पर बसाई जाए। जेवर-टप्पल मार्ग पर टाउनशिप बसाई जाएगी। वहां सारी सुविधाएं मिलेंगी, जिनमें अब तक हम लोग वंचित थे।
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वहीं दयानतपुर के युवा दीपक सिंह का कहना है कि लोगों ने इन्हीं वजहों से एयरपोर्ट के लिए जमीन दी है। अभी हमारे गांव में 85 फीसदी परिवार ऐसे हैं, जो 5,000 से 20 हजार रुपये प्रति माह कमाते हैं। खेती पर पूरी तरह आश्रित हैं। आठवीं से आगे स्कूल-कॉलेज नहीं हैं। अस्पताल 12 किलोमीटर दूर जेवर में है। गांव के लिए यातायात के साधन नहीं हैं। एयरपोर्ट आएगा तो ये सारी सुविधाएं लेकर आएगा। किल्लतों से पीछा छूट जाएगा।
युवाओं को नौकरी और बुजुर्गों को पेंशन
किसानों को केवल मुआवजा और आवासीय सुविधाएं नहीं मिलेंगी बल्कि भविष्य में जेवर एयरपोर्ट से होने वाली सालाना आय में हिस्सेदारी भी मिलेगी। आय का एक फीसदी हिस्सा सीनियर सिटीजन को पेंशन के रूप में दिया जाएगा। युवकों के लिए नौकरियों का इंतजाम प्राधिकरण और सरकार कर ही रहे हैं।
किसानों के फैसले में कोई खामी नहीं
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, केंद्र सरकार के उद्योग सचिव और नोएडा-ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे योगेंद्र नारायण कहते हैं कि इसमें कोई संदेह नहीं कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट वहां के निवासियों के लिए अपार संभावनाएं लेकर आएगा। उस क्षेत्र के नोएडा-दिल्ली तो क्या पूरी दुनिया से कनेक्टिविटी बन जाएगी।
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अभी जहां गांव जाने के लिए सड़कें नहीं हैं, वहां कुछ वर्ष बाद 100 मीटर चौड़ी सड़कें नजर आएंगी। वहां के निवासियों ने यह फैसला लेकर कोई गलती नहीं की है। यह करीब दो दशक पुराना प्रोजेक्ट है, जो अब मूर्त रूप ले रहा है। हम लोग इसके इंतजार में ही रिटायर हो गए।
https://www.livehindustan.com/business/story-price-of-land-increased-near-jewar-international-airport-now-even-30-lakh-bigha-is-not-ready-to-sell-3052741.html